सरकार ने दिवाली के मौके पर कर्मचारियों के लिए बड़ा ऐलान किया है, जिसमें उन्हें तगड़ा बोनस मिलेगा। इस खबर से देशभर में सरकारी कर्मचारियों और अन्य श्रमिकों में उत्साह है। यह बोनस ना केवल त्योहार की खुशियां बढ़ाएगा, बल्कि आर्थिक तौर पर भी सभी के लिए मददगार साबित होगा। खासतौर पर जिनकी मेहनत का फल बोनस के रूप में मिलना उनकी जीविका को आसान बनाता है।
इस बोनस की राशि और कैसे इसे प्राप्त किया जा सकता है, इस लेख में विस्तार से बताया जाएगा।
दिवाली बोनस का मुख्य ऐलान और विवरण
सरकार ने 2024-25 के लिए केंद्रीय कर्मचारियों को 30 दिन के वेतन के बराबर एक अस्थायी बोनस देने का फैसला किया है। इसे “नॉन-प्रोडक्टिविटी लिंक्ड बोनस” या एडहॉक बोनस के रूप में जाना जाता है। यह बोनस ग्रुप C और गैर-राजपत्रित ग्रुप B के कर्मचारियों को दिया जाएगा। इसके अलावा, केंद्रीय सशस्त्र बलों और केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPF) के कर्मियों को भी इस बोनस का लाभ मिलेगा। यह बोनस मुख्य रूप से उन कर्मचारियों को दिया जाएगा जो साल भर में कम से कम छह महीने लगातार अपनी सेवा में रहे हैं।
इस बोनस की राशि वित्त मंत्रालय ने ₹6,908 तय की है। यह राशि एक महीने के वेतन के समान माना गया है और इसे एक सरल फार्मूले से निकालकर फिक्स किया गया है। इसमें 7,000 रुपये मासिक वेतन को 30 दिनों से गुणा कर 30.4 दिनों से भाग दिया गया है, जिससे लगभग ₹6,908 लाभ राशि निकलती है। जो कर्मचारी पूरे साल सेवा में नहीं थे, उन्हें प्रोपोर्शनल यानी सेवा के महीनों के अनुसार बोनस दिया जाएगा, जिससे यह सुनिश्चित होगा कि हर किसी को उनके काम के अनुसार सही रकम मिले।
राज्य सरकारें भी इस दिशा में कदम उठा रही हैं। उदाहरण के लिए, उत्तर प्रदेश सरकार ने भी अपने भू-राजपत्रित और गैर-राजपत्रित कर्मचारियों को दिवाली बोनस की तैयारी शुरू कर दी है। वहां बोनस की राशि ₹3,400 से लेकर ₹7,000 तक हो सकती है। दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों को भी यह बोनस मिलेगा। इस राशि का एक हिस्सा कर्मचारियों के ग्रैच्युटी या जीपीएफ खाते में जमा किया जाएगा और बाकी सीधे उनके बैंक खाते में दिया जाएगा।
किन कर्मचारियों को मिलेगा यह बोनस?
यह बोनस खासतौर पर सरकारी कर्मचारियों के लिए है, जिनमें शामिल हैं:
- केंद्रीय सरकारी विभागों के ग्रुप C और गैर-राजपत्रित ग्रुप B कर्मचारी
- केंद्रीय सशस्त्र बल तथा केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल के कर्मचारी
- राज्य सरकारों के वे कर्मचारी जो 6 महीने या अधिक सेवा कर चुके हैं और जिनके लिए राज्य सरकारों ने भी इसी तरह के बोनस का ऐलान किया है
- दैनिक वेतनभोगी और ठेका आधारित कर्मचारियों के लिए राज्य सरकारों द्वारा निर्धारित नियमों के अनुसार बोनस
जो कर्मचारी मार्च 31, 2025 से पहले सेवा में थे या उन कर्मचारियों के लिए जो समय से पहले सेवानिवृत्त हुए या निधन हो गया, यदि उन्होंने छह महीने का सेवा पूरा किया है, तो वे भी इस बोनस के पात्र हैं।
बोनस प्राप्त करने की प्रक्रिया
सरकारी कर्मचारियों को यह बोनस उनके मासिक वेतन के साथ या अक्टूबर-नवंबर के महीने में एकमुश्त रूप में प्रदान किया जाएगा। इस बोनस का पैसा सीधे कर्मचारियों के बैंक खातों में ट्रांसफर किया जाएगा, जिससे कि वे त्योहारों के समय इसका उपयोग कर सकें।
बोनस के लिए कोई अलग से आवेदन करने की जरूरत नहीं है। सरकार के आदेश के अनुसार यह राशि योग्य कर्मचारियों के खाते में स्वचालित रूप से जमा कर दी जाएगी। यदि कोई कर्मचारी अपनी सेवा अवधि के कारण पूर्ण बोनस के पात्र नहीं है, तो उसे प्रोपोर्शनल बोनस मिलेगा, जो सेवा के महीनों के अनुसार होगा।
बोनस के अलावा और क्या है?
इस बोनस के साथ ही केंद्र सरकार ने कर्मचारियों के महंगाई भत्ते (Dearness Allowance- DA) में 3% की वृद्धि भी की है। जो अब 58% हो गया है। इससे कर्मचारियों की मासिक आय में वृद्धि होगी, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति और मजबूत होगी। इस तरह, दिवाली के अवसर पर कर्मचारियों को दोहरा तोहफा मिला है।
निष्कर्ष
दिवाली से पहले इस बोनस की घोषणा से सरकारी कर्मचारियों की खुशी बढ़ गई है। यह बोनस उनकी त्योहार की खरीदारी और जरूरी खर्चों में सहायक होगा। साथ ही इससे उनकी मेहनत का भी उचित सम्मान होगा। सरकार ने यह कदम अपने कर्मचारियों को आर्थिक मदद देने और उत्सव की खुशियों को बढ़ाने के लिए उठाया है। इस वर्ष की दिवाली सरकारी कर्मचारियों के लिए वाकई खास रहने वाली है।