Broom Placement in Indian Homes: 2 गलतियां बना सकती हैं घर को कंगाल, जानिए मां लक्ष्मी को खुश करने का सही तरीका

Published On: October 11, 2025
Jhadu

भारतीय संस्कृति में घर की सफाई को बहुत शुभ माना गया है। ऐसा कहा जाता है कि जहां सफाई रहती है, वहां देवी लक्ष्मी निवास करती हैं। झाड़ू सिर्फ एक सफाई का साधन नहीं बल्कि मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। इसी कारण झाड़ू का इस्तेमाल और उसे रखने का तरीका बहुत मायने रखता है।

पुरानी मान्यताओं के अनुसार, अगर झाड़ू को गलत दिशा या गलत समय में रखा जाए तो घर में नकारात्मक ऊर्जा फैल सकती है। इससे धन की हानि, अशांति और विवाद की स्थिति पैदा हो सकती है। वहीं, सही तरीके से झाड़ू रखने से घर में सुख, शांति और समृद्धि बनी रहती है।

आज भी कई घरों में झाड़ू को देवतुल्य माना जाता है और इसके नियमों का पालन पीढ़ी दर पीढ़ी चलता आ रहा है। चलिए जानते हैं झाड़ू रखने के सही तरीके के बारे में, जिससे मां लक्ष्मी प्रसन्न रहें और घर का खजाना हमेशा भरा रहे।

Broom Placement in Indian Homes: What is right?

वास्तु शास्त्र के अनुसार, झाड़ू हमेशा ऐसी जगह रखनी चाहिए जहां यह किसी की नजर में न आए। इसे खुले स्थान या मेहमानों के आने-जाने वाले रास्ते पर रखना बहुत अशुभ माना जाता है। सबसे बेहतर है कि इसे घर के दक्षिण-पश्चिम दिशा के कोने में या किसी बंद अलमारी में रखा जाए।

झाड़ू को कभी भी खड़ा करके नहीं रखना चाहिए। ऐसा करने से घर में दरिद्रता का वास होता है। झाड़ू को हमेशा जमीन पर सीधा लिटा कर रखना चाहिए। इसके अलावा झाड़ू को पैर से छूना भी अच्छा नहीं माना जाता क्योंकि यह मां लक्ष्मी का प्रतीक होता है।

रात के समय झाड़ू नहीं लगाना चाहिए। ऐसा कहा जाता है कि रात में झाड़ू लगाने से घर का धन निकल जाता है और सौभाग्य की ऊर्जा कम हो जाती है। यदि सफाई करनी भी हो तो झाड़ू के बजाय कपड़े से साफ करना उचित रहता है।

झाड़ू बदलने और इस्तेमाल के नियम

हर वस्तु की तरह झाड़ू की भी एक निश्चित उम्र होती है। जब झाड़ू घिस जाए या टूटने लगे, तो उसे तुरंत बदल देना चाहिए। टूटी-फूटी झाड़ू को घर में रखना नकारात्मकता लाता है। नई झाड़ू लेने का सही समय शुक्रवार या अमावस्या का दिन माना गया है, क्योंकि ये दोनों दिन मां लक्ष्मी को समर्पित हैं।

नई झाड़ू लेकर आने के बाद उसे किसी शुभ दिशा में रखकर थोड़े समय बाद इस्तेमाल में लेना चाहिए। कई लोग मानते हैं कि नए झाड़ू पर उसी दिन काम नहीं करना चाहिए। एक दिन बाद या अगले शुभ मुहूर्त में उसका प्रयोग शुभ माना गया है।

अगर घर में नकारात्मकता या पैसों की कमी हो रही है, तो माना जाता है कि झाड़ू को सही स्थान पर रखकर यह दोष दूर किया जा सकता है। ठीक से झाड़ू रखने से घर की ऊर्जा संतुलित होती है और सकारात्मकता बढ़ती है।

झाड़ू से जुड़ी धार्मिक और वास्तु मान्यताएं

धार्मिक दृष्टि से झाड़ू को शनिदेव और मां लक्ष्मी दोनों से जोड़ा गया है। शनि देव का आशीर्वाद पाने के लिए शनिवार के दिन झाड़ू दान करने की परंपरा भी कई जगहों पर होती है। ऐसा करने से जीवन की परेशानियां और कर्ज से मुक्ति मिलने की मान्यता है।

वास्तु शास्त्र में कहा गया है कि झाड़ू लगाने से घर की बुरी ऊर्जा बाहर निकल जाती है और सकारात्मक ऊर्जा प्रवेश करती है। खासतौर पर सुबह के समय झाड़ू लगाना बहुत शुभ माना जाता है। इससे दिन की शुरुआत अच्छी होती है और पूरे घर में सौभाग्य बना रहता है।

झाड़ू रखने में क्या न करें

झाड़ू को कभी भी मंदिर के पास या पूजा के स्थान के निकट नहीं रखना चाहिए। यह मां लक्ष्मी का प्रतीक जरूर है, लेकिन इसे सीधा पूजा स्थल में नहीं रखा जाता। इसके साथ ही झाड़ू को सिर से ऊपर या ऊंचाई पर रखना भी अत्यंत अशुभ होता है।

अगर आपके घर में कई झाड़ू हैं, तो उन्हें एक साथ बांधकर नहीं रखना चाहिए। इससे घर की ऊर्जा गड़बड़ा सकती है। हमेशा एक ही झाड़ू का इस्तेमाल करें और जरूरत पड़ने पर ही नया खरीदें।

निष्कर्ष

झाड़ू रखने और इस्तेमाल करने के ये छोटे-छोटे नियम हमारे जीवन में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। यह केवल सफाई का उपकरण नहीं, बल्कि समृद्धि और सौभाग्य का प्रतीक भी है। अगर आप वास्तु और परंपराओं के मुताबिक झाड़ू का सही उपयोग करते हैं, तो मां लक्ष्मी की कृपा आपके घर में बनी रहती है और धन-संपत्ति की कमी नहीं होती।

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