Railway New Rules: अब बदल गए टिकट बुकिंग के 7 बड़े नियम, यात्रियों को जानना जरूरी

Published On: October 11, 2025
Railway New Rules

भारतीय रेलवे ने 1 अक्टूबर 2025 से अपने टिकट बुकिंग नियमों में बड़ी बदलाव की घोषणा की है। यह बदलाव मुख्य रूप से यात्रियों की सुविधा और टिकटों की कालाबाजारी को रोकने के उद्देश्य से किए गए हैं। अब सामान्य यानी जनरल रिजर्वेशन वाले टिकट ऑनलाइन बुक करते समय आधार कार्ड से वेरिफिकेशन अनिवार्य कर दिया गया है।

इससे पहले यह नियम केवल तत्काल टिकटों के लिए लागू था। इन नए नियमों के तहत IRCTC वेबसाइट या मोबाइल ऐप पर टिकट बुकिंग खुलने के पहले 15 मिनट तक केवल आधार के साथ लिंक्ड और पूरी तरह से वेरिफाइड अकाउंट वाले यात्रियों को ही बुकिंग की अनुमति मिलेगी। इस बदलाव का मकसद टिकट बुकिंग में एजेंटों और बॉट्स द्वारा की जाने वाली गलत तरीकों को रोकना है जिससे सामान्य यात्रियों को टिकट आसानी से मिल सके।

साथ ही काउंटर से टिकट बुकिंग के लिए भी अब यात्री को आधार नंबर देना होगा और मोबाइल OTP के माध्यम से वेरिफिकेशन करना होगा। यदि कोई परिवार या दोस्त के लिए टिकट बुक करता है तो उस यात्री का आधार नंबर और वेरिफिकेशन आवश्यक होगा। इससे टिकट की बुकिंग प्रक्रिया अधिक पारदर्शी और सुरक्षित बनेगी।

Railway New Rules: Latest Details

1 अक्टूबर 2025 से लागू नए नियमों के अनुसार, IRCTC की वेबसाइट और मोबाइल ऐप पर बुकिंग खुलने के पहले 15 मिनट तक केवल वही यात्री टिकट बुक कर पाएंगे जिनका आधार से वेरिफिकेशन किया गया हो। यह नियम तत्काल टिकट की तरह अब सामान्य रिजर्वेशन टिकटों पर भी लागू हो गया है। वह यात्री जिनका आधार लिंक और वेरिफिकेशन नहीं हुआ होगा, शुरुआत के इस समय में टिकट बुक नहीं कर पाएंगे।

काउंटर बुकिंग के नियमों में भी बदलाव किए गए हैं। अब रेलवे स्टेशन के PRS काउंटर से टिकट बुक करने के लिए भी आधार नंबर देना और मोबाइल OTP के जरिए वेरिफिकेशन अनिवार्य हो गया है। यह नया नियम टिकट की कालाबाजारी, एजेंटों की करतूतों और बॉट के जरिए बुकिंग को रोकने में मदद करेगा। इस प्रक्रिया से यात्रियों को उचित एवं सीधे टिकट मिलने की संभावना बढ़ेगी।

साथ ही, अगर कोई यात्री अपने परिवार या दोस्तों के नाम टिकट बुक करता है तो उस व्यक्ति का भी आधार नंबर और OTP दे कर वेरिफिकेशन करना होगा। इसलिए यह जरूरी हो गया है कि मोबाइल नंबर और आधार कार्ड लिंक हो और आधार OTP मिले ताकि बुकिंग सफल हो सके। यह नया नियम यात्रियों की सुरक्षा और रेलवे प्रणाली की पारदर्शिता बढ़ाने वाला है।

सरकार की राहत योजना – राउंड ट्रिप पैकेज

इसके साथ ही रेलवे ने एक नया “राउंड ट्रिप पैकेज” योजना भी शुरू की है। इसके तहत यात्री जब अपनी रेल यात्रा के दोनों तरफ (आगमन और वापसी) के टिकट एक साथ बुक करेंगे तो वापसी टिकट की बेस फेयर पर 20% की छूट मिलेगी। इस योजना का उद्देश्य त्योहारों जैसे दिवाली और छठ के दौरान यात्रियों की भीड़ को कम करना और दोनों तरफ के ट्रेनों का बेहतर उपयोग सुनिश्चित करना है।

इस योजना में टिकट बुकिंग की तारीखें भी तय की गई हैं। आगे जाने वाली टिकट 13 अक्टूबर से 26 अक्टूबर 2025 तक की यात्रा के लिए होगी और वापसी टिकट 17 नवंबर से 1 दिसंबर 2025 के बीच की यात्रा के लिए होगी। यात्री को दोनों टिकटों का बुकिंग एक साथ करना होगा तभी उन्हें छूट मिलेगी। यह योजना सभी वर्गों के यात्रियों के लिए है, सिवाय उन टिकटों के जिनमें फ्लेक्सी फ़ेयर लागू होता है।

टिकट तिथि बदलने की नई सुविधा

एक और बड़ी सुविधा जनवरी 2026 से लागू होने वाली है जिसमें यात्री बिना टिकट रद्द करवाए अपनी यात्रा की तारीख ऑनलाइन बदल सकेंगे। वर्तमान में अगर कोई यात्री अपनी टिकट की तारीख बदलना चाहता है तो उसे टिकट कैंसिल करनी पड़ती है और नई टिकट बुक करनी पड़ती है जिस पर अतिरिक्त पैसा कट जाता है। नया नियम यात्रियों के लिए बड़ी राहत होगा क्योंकि वे अपनी सुविधानुसार तारीख बदल सकेंगे बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के।

भारतीय रेलवे इस सुविधा को ऑनलाइन सिस्टम के माध्यम से दे रहा है जिससे यात्रा की अनिश्चितताओं में यात्रियों को मदद मिलेगी और टिकट कैंसिलेशन से होने वाले नुकसान से बचा जा सकेगा।

निष्कर्ष

भारतीय रेलवे ने टिकट बुकिंग प्रक्रिया को और सुरक्षित व पारदर्शी बनाने के लिए नए नियम जारी किए हैं। आधार वेरिफिकेशन के अनिवार्य होने से टिकट कालाबाजारी और एजेंटों की मनमानी कम होगी। साथ ही राउंड ट्रिप योजना और टिकट तिथि बदलने की सुविधा यात्रियों के लिए किफायती और सुविधाजनक साबित होगी। यह बदलाव यात्रियों की सुविधा तथा रेलवे सेवा की गुणवत्ता को और बेहतर बनाने का प्रयास है।

रेल यात्रा करने वाले सभी यात्रियों को इन नए नियमों को समझना और पालन करना जरूरी है ताकि उन्हें बेहतर अनुभव और लाभ मिल सके।

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